झांजियांग, चीन में आयोजित 2025 CMAS ईस्ट–वेस्ट एशियन चैंपियनशिप में 50 मीटर बाई-फिन्स इवेंट में स्वप्निल का उत्कृष्ट प्रदर्शन
रायपुर के 20 वर्षीय युवा तैराक की लगन, अनुशासन और कठिन प्रशिक्षण ने दिलाई अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान — अब लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप
रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के युवा और प्रतिभाशाली तैराक स्वप्निल यादव ने अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर भारत का मान बढ़ाते हुए 2025 CMAS East & West Asian Championship Finswimming में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर एशिया स्तर पर फाइनल में 8वीं रैंक हासिल की है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 25 से 28 नवंबर तक झांजियांग, चीन में आयोजित हुई, जिसमें एशिया के शीर्ष देशों के खिलाड़ी शामिल थे।
20 वर्षीय स्वप्निल फिनस्विमिंग के 50 मीटर बाई-फिन्स इवेंट में अपनी गति, तकनीक और संतुलन के दम पर फाइनल राउंड तक पहुँचे और एशिया में 8वें स्थान पर रहे—जो उनकी मेहनत, अनुशासन और निरंतर प्रयास का परिणाम है।
स्वप्निल बताते हैं कि इस स्तर तक पहुँचना आसान नहीं था, लेकिन उनकी सफलता के पीछे एक मजबूत प्रेरक शक्ति हमेशा खड़ी रही—उनका परिवार। वे बताते हैं, “मेरी पहली प्रेरणा और मार्गदर्शक मेरे माता–पिता हैं। मेरे पिता संतोष यादव और माता श्रीमती सरिता यादव, जो छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में पदस्थ हैं, स्वयं राष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्समैन हैं। आज भी वे विभागीय और राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। मेरी माता नेशनल वॉलीबॉल प्लेयर हैं और छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार से भी सम्मानित हैं। उनके अनुशासन, जुनून और संघर्ष ने मुझे हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है।”
स्वप्निल कहते हैं कि बचपन से ही घर में खेल–संस्कृति का माहौल रहा। माता–पिता की ट्रेनिंग, उनकी फिटनेस और खेल के प्रति समर्पण को देखकर उन्होंने भी खेल को जीवन का लक्ष्य बनाया। जब भी किसी कठिन दौर से गुजरता हूँ, माता–पिता की सलाह और उनका खेल अनुभव मुझे फिर से उठने का हौसला देता है।
इसी निरंतरता के चलते स्वप्निल ने पिछले वर्ष 'ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी स्विमिंग प्रतियोगिता' में रायपुर, छत्तीसगढ़ से एकमात्र प्रतिभागी के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। साथ ही 7 से 10 दिसंबर 2024 को हैदराबाद में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उन्होंने स्वर्ण (Gold) और कांस्य (Bronze) पदक जीतकर छत्तीसगढ़ का नाम गर्व से ऊँचा किया था। इन उपलब्धियों ने आगे बढ़कर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचने का आत्मविश्वास और अनुभव प्रदान किया।
एशियन चैंपियनशिप का अनुभव साझा करते हुए स्वप्निल बताते हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करना एक बड़ा सीखने का अवसर रहा। फाइनल में पहुँचना भावनात्मक क्षण था। भारत की जर्सी पहनकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर उतरना किसी भी खिलाड़ी के लिए गर्व की बात है, उन्होंने कहा।
फिनस्विमिंग में तकनीकी कौशल जैसे बाई-फिन्स बैलेंस, श्वास नियंत्रण, पावर स्ट्रोक और स्पीड की अहम भूमिका होती है। स्वप्निल का मानना है कि मानसिक मजबूती और नियमित प्रशिक्षण इस खेल की रीढ़ हैं। उनके कोच प्रमोद फणिकार के कुशल मार्गदर्शन का उनकी इस सफलता में बहुत बड़ा योगदान है। मेरे कोच भी मेरी लगन और अनुशासन की खुलकर सराहना करते हैं।
भविष्य में स्वप्निल का लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीतना है। साथ ही वे छत्तीसगढ़ में फिनस्विमिंग को लोकप्रिय बनाने के लिए युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देना चाहते हैं। वे कहते हैं, अगर युवाओं को सही ट्रेनिंग और सुविधाएँ मिलें तो वे भी विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
स्वप्निल यादव की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और भारत के लिए गर्व का विषय है।
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