नगरी - ग्राम सांकरा में सोमवार को स्वर्ण प्राशन संस्कार एवं विकासखंड स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेले का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा रहे। उन्होंने स्वर्ण प्राशन संस्कार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह आयुर्वेदिक पद्धति बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास को प्रोत्साहित करती है। यह औषधि कुपोषण दूर करने, वजन वृद्धि और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
मुख्य अतिथि अरुण सार्वा ने मेले के दौरान स्वयं कुपोषित बच्चों को स्वर्ण प्राशन पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया और इस पुनीत संस्कार को जनहितकारी बताते हुए अधिक से अधिक लोगों को इससे लाभान्वित होने की अपील की।कार्यक्रम में जिला समन्वयक सुरेन्द्र साहू, जिला आयुष अधिकारी, नगरी जनपद पंचायत सीईओ रोहित बिरझा, नगरी बीईओ कलीराम साहू, जनपद सदस्य राजेश नाथ गोसाई, प्रेमलता नागवंशी, पूर्व जनपद सदस्य हेमलता साहू, वरिष्ठ नागरिक राकेश साहू, सरपंच नागेन्द्र बोरझा सहित आयुष विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएँ तथा ग्रामीणजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आयुष स्वास्थ्य मेले में ग्रामीणों को पारंपरिक उपचार पद्धतियों, स्वास्थ्य संरक्षण, पोषण, कुपोषण उन्मूलन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने संबंधी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। साथ ही स्वास्थ्य जांच शिविर के माध्यम से ग्रामीणों एवं बच्चों को नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई गईं।कार्यक्रम में उपस्थित सभी कुपोषित बच्चों को स्वर्ण प्राशन दिया गया। यह आयोजन न केवल स्वास्थ्य जागरूकता का सशक्त माध्यम सिद्ध हुआ, बल्कि ग्राम सांकरा में आयुष चिकित्सा पद्धति के प्रति विश्वास और जागरूकता प्रदान किया
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