कोरबा :- पाली विकासखंड के अंतर्गत प्राथमिक शाला रंगोले में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत नवसाक्षर महापरीक्षा का भव्य आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत स्तर पर शिक्षा की अलख जगाने वाले इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों तथा ग्रामीणों ने सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत ग्राम पंचायत रंगोले के सरपंच शिवकुमार मरावी,उपसरपंच संजय कंवर एवं भूतपूर्व उपसरपंच चंद्रपाल यादव की गरिमामयी उपस्थिति में हुई। सभी जनप्रतिनिधियों ने नवसाक्षरों को परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करते हुए साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डाला।
इस महापरीक्षा में विभिन्न आयु वर्ग के नवसाक्षरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उल्लेखनीय है कि सबसे कम उम्र 27 वर्षीय रामिन बाई तथा सबसे अधिक उम्र 65 वर्षीय पंचकुंवर ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और सीखने की ललक का परिचय देते हुए परीक्षा दी। परीक्षा केंद्र में उपस्थित सभी लोगों ने इनके जज्बे की सराहना की। नवसाक्षरों के उत्साहपूर्ण सहभाग ने यह साबित किया कि शिक्षा प्राप्त करने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं होती,केवल इच्छाशक्ति और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।
कार्यक्रम के दौरान संकुल प्राचार्य आर.पी.लहरे एवं संकुल समन्वयक अशोक भारद्वाज ने परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी गाइडलाइन और निर्देशों का पालन सुनिश्चित करते हुए परीक्षा संचालन की प्रक्रिया को परखा। उन्होंने उपस्थित नवसाक्षरों को शासन द्वारा संचालित साक्षरता अभियान की विभिन्न पहल के बारे में भी अवगत कराया।
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्व माध्यमिक शाला रंगोले के वरिष्ठ शिक्षक सुबन सिंह पैकरा,केंद्र अध्यक्ष विजय कुमार सिंह तंवर,अतिथि शिक्षक श्रीमती अनु लता कंवर,विजय देवगन,संतलाल यादव तथा अंशकालीन सफाई कर्मी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। सभी शिक्षकों एवं सहयोगी कर्मियों ने परीक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया। ग्रामीणों में साक्षरता के स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित यह कार्यक्रम न केवल शिक्षण के अवसर प्रदान करता है,बल्कि समाज में शिक्षा के महत्व को भी रेखांकित करता है। कार्यक्रम के सफल आयोजन से ग्रामीण क्षेत्र में साक्षरता अभियान को नई दिशा और नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।


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